Friday, February 6, 2009

धन्य वाद यशवंत जी

यहाँ हमारे ग्रुप के दो चार लोग भड़ास ज्वाइन कर चुके थे और मुझे रिप्लाई ही नही मिल रही थी आज यशवंत जी का नेह निमंत्रण मिला तो लगा की आज अच्छा दिन है
धन्यवाद् यशवंत जी धन्यवाद
अब शायद में अपने इस ब्लॉग पर आगे कुछ शायद ही लिखूंगा क्यूंकि अब सोचता हूँ लिखू तो भड़ास निकलने के लिए भड़ास पर ही न लिखू