भाई बहुत दिनों से देख रहा हु सब तो नही पर कुछ लोग कुछ भी बस लिखे ही जा रहा था पहले किसी की भद्द पीट दी जाए फिर सभी की और से माफ़ी मांग ली जाए .....
पुराना खेल है हम यहाँ पॉलिटिक्स करने नही बैठे है
भड़ास को में भी पसंद करता हूँ ज्वाइन करने की सोच ही रहा था
पर अब ह्रदय परिवर्तन हो गया है हाल ही में हुई घटना के बाद
सोचा अब उन चंद लोगो पर लिखू जो अपने ही तरीके से भड़ास निकाले पड़े है
उन पर यदि भड़ास निकलना हो तो कहा जाए
मैंने सोचा कुछ भडासियो पर भड़ास निकलने के लिए एक ब्लॉग ही बना लिया जाए
अकेला नही कर पाउँगा दोस्तों की जरुरत है नही तो अकेला ही लिखना पड़ेगा ................
keval yashant ji ke badhisiyo per hi bhadas nikal rahe ho
ReplyDeletephilhal wahi samne hai koi or ho to bataye
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