Wednesday, February 4, 2009

भडास के खिलाफ नही में

भाई बहुत दिनों से देख रहा हु सब तो नही पर कुछ लोग कुछ भी बस लिखे ही जा रहा था पहले किसी की भद्द पीट दी जाए फिर सभी की और से माफ़ी मांग ली जाए .....

पुराना खेल है हम यहाँ पॉलिटिक्स करने नही बैठे है

भड़ास को में भी पसंद करता हूँ ज्वाइन करने की सोच ही रहा था

पर अब ह्रदय परिवर्तन हो गया है हाल ही में हुई घटना के बाद

सोचा अब उन चंद लोगो पर लिखू जो अपने ही तरीके से भड़ास निकाले पड़े है

उन पर यदि भड़ास निकलना हो तो कहा जाए

मैंने सोचा कुछ भडासियो पर भड़ास निकलने के लिए एक ब्लॉग ही बना लिया जाए

अकेला नही कर पाउँगा दोस्तों की जरुरत है नही तो अकेला ही लिखना पड़ेगा ................

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